अनुशासन की आड़ में कहीं शोषण तो नहीं

अगर हम वाकई में राष्ट्र हित के विषय मे सोचते हैं तो हमें कुछ खास लोगों द्वारा उनके स्वार्थ पूर्ति के उद्देश्य से बनाए गए स्वघोषित आदर्शों और कुछ भारी भरकम शब्दों के साये से बाहर निकल कर स्वतंत्र रूप से सही और गलत के बीच के अंतर को समझना होगा। भ्रष्टाचार जिसकी जड़ें इस … Continue reading अनुशासन की आड़ में कहीं शोषण तो नहीं